• ना तंग कर…..जीने दे …..ऐ जिन्दगी ….. तेरी कसम हम….तेरे आगे हार गये है……
  • क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी अपनी ख़ुशी को छोड़ दिया ” उसे ” खुश देखने के लिए 😦😦😦
  • हल्की सी हो चुकी है नाजुक पलके मेरी …. मुद्दतो बाद इन नजरो से गिरा है कोई …
  • कुछ चीजें रोने से नहीं सब्र करने से मिलती हैं।
  • दवा जब असर ना करे, तो नज़रें 👀उतारती है माँ …… ज़नाब, ये हार कहाँ मानती है
  • शिकवा तकदीर का ना शिकायत अच्छी, खुदा जिस हाल मे रखे वही जिंदगी अच्छी
  • इंसान तो हर घर में पैदा होता है पर इंसानियत कहीं -कहीं ही जनम लेती है।
  • ना जाने कौन से गुनाह कर बैठे हैं। … जो तमन्नाओं की उम्र में तज़ुर्बे मिल रहे हैं।
  • दीवार में चुनवा दिया है सब ख्वाइशों को….. अनारकली बन कर बहुत नाच रही थी मेरे सीने पर
  • लफ्ज़ बीमार से पड़ गये है आज कल…..एक खुराक तेरे दीदार की चाहिए
  • नाज़ुक लगते थे जो हसीन लोग … वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले।
  • इंसान की ख़ामोशी का मतलब ये है कि वो टूट चूका है
  • अकेले रहने में और अकेले होने में फर्क होता है 😢
  • कहाँ पूरी होती है दिल की सारी ख्वाइशें —- कि बारिश भी हो , यार भी हो … और पास भी हो
  • ना जाने क्यों कोसते हैं लोग बदसूरती को…बर्बाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते हैं….!!
  • हर एक चीज़ में खूबसूरती होती है , लेकिन हर कोई उसे देख नहीं पाता।
  • कदर होती है इंसान की जरुरत पड़ने पर ही, बिना जरुरत के तो हीरे भी तिजोरी में रहते है…!!
  • अकेले ही गुजरती है ज़िन्दगी …. लोग तसल्लियाँ तो देते हैं पर साथ नहीं।
  • चेहरे बदल-बदल कर मिलते है लोग मुझसे…. इतना बुरा सुलूक क्यूँ मेरी सादगी के साथ
  • अपना 👦तो कोई दोस्त नही 😌 है, सब साले 👫 कलेजे ❤ के टुकडे है ।। 😘👫
  • लोग भी बड़े अजीब होते है, गलत साबित होने से पहले माफ़ी नहीं मांगते, बल्कि तालुक तोड़ देते है.
  • दुनिया 🌍 में सबसे 😌 ज्यादा वजनदार ☝खाली जेब ☹ होती है, चलना मुश्किल 🏃हो जाता है
  • सालो बाद मिले थे, हम एक दूसरे से,उसकी गाडी बड़ी थी और मेरी दाढ़ी..
  • कहाँ मिलता है कोई समझने वाला , सब समझा कर चले जाते हैं।
  • आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर……अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता।
  • झुको उतना ही जितना सही हो, बेवजह झुकना दुसरे के एहम को केवल बढ़ावा देता है।
  • ज्यादा कुछ नहीं बदला उम्र बढ़ने के साथ , बचपन की ज़िद समझौतों में बदल जाती है।
  • सादगी अगर हो लफ़्हज़ों में तो “इज़्ज़त ” बेपनाह और “बेमिसाल ” दोस्त मिल ही जाते हैं।
  • ज़ख़्म तो बहुत है बिना दाग के , जो ज़ख़्म दिल पर हो उसका दाग कैसा
  • बहुत ख़ास थे कभी हम किसी की नज़रों में … मगर नज़रों के तकाज़े बदलने में देर ही कितनी लगती है।
  • तेरी याद से ही शुरू होती है मेरी हर सुबह..
  • तज़ुर्बा है मेरा…. मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,संगमरमर पर तो हमने …..पाँव फिसलते देखे हैं…!
  • ये मत कहो ख़ुदा से मेरी मुश्किले बड़ी हैं, ये मुश्किलों से कह दो मेरा ख़ुदा बड़ा है।।।।
  • “लफ्ज् दिल से निकलते हैं दिमाग से तो मतलब निकलते है.”
  • मुस्कुराने के बहाने जल्दी खोजो वरना,जिन्दगी रुलाने के मौके तलाश लेगी
  • भूखा पेट, खाली जेब, और झूठा प्रेम – इंसान को जीवन में बहुत कुछ सिखा जाता है॥
  • हम समंदर हैं, हमें खामोश ही रहने दो…. ज़रा मचल गये, तो शहर ले डूबेंगे…
  • होठों की हँसी को ना समझ हक़ीक़त-ए-जिंदगी,दिल में उतर के देख हम कितने उदास है..
  • गज़ब की बात है — पुरुष समझदारी की चक्की में पिस्ते रहे और स्त्रियाँ समझौते की चक्की में….
  • आपका अपना कौन है ?
    उत्तर : जो किसी और के लिए तुम्हे नज़रअंदाज़ ना करे
  • जीवन में विपत्ति आना “पार्ट ऑफ़ लाइफ” है … विपत्ति में भी मुस्करा कर शांति से बहार निकलना “आर्ट ऑफ़ लाइफ” है
  • जरुरत तोड देती है इन्सान के घमंड को…, न होती मजबुरी तो हर बंदा खुदा होता…!!
  • अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी,आशिक़ हो या हो आतंकवादी
  • मिले तो हजारो लोग थे, ज़िन्दगी में… पर वो सब से अलग थी, जो किस्मत में नहीं थी!
  • मैं संभलने लगा जब..वह हद से गिरने लगी…
  • छोटे छोटे कदम मीलों का सफर तय कर सकते हैं। छोटी छोटी बातें भी किसी के जीवन के दुखों को खुशियों में बदल सकती हैं।
  • ज़िन्दगी की हकीकत को बस इतना ही जाना है !दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है…!
  • उन्होंने जाते जाते बड़े गुरुर से कहाँ..चल जा तुझ जैसे बहुत मिलेंगे..हमने भी हंस के पूछा मुझ जैसा ही क्यू चाहिए !!
  • जहाँ “अहंकार” होता है,वहाँ “ज्ञान” लुप्त हो जाता है।
  • याद में नशा करता हूँ…. और नशे में याद करता हूँ….।।
  • ॥ यकीन और दुआ नजर नही आते मगर, नामुमकिन को मुमकिन बना देते है॥
  • हम जैसे सिरफिरे ही इतिहास रचते हैं !समझदार तो केवल इतिहास पढ़ते हैं !!
  • है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त…..हर बार उजड़ के भी बस्ता रहा वो शहर हूँ मैं!!
  • बदनाम क्यों करते हो तुम इश्क़ को , ए दुनिया वालो…मेहबूब तुम्हारा बेवफा है ,तो इश्क़ का क्या कसूर..!! 🙁
  • करेगा ज़माना भी हमारी कदर एक दिन , बस ये वफादारी की आदत छूट जाने दो
  • अपने वजूद पर इतना न इतरा ए ज़िन्दगी…! वो तो मौत है जो तुझे मोहलत देती जा रही है…!!
  • मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो दोस्तो..!! रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे..!! ✌
  • हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा..।
  • तुम अपने ज़ुल्म की इन्तेहाँ कर दो, फिर कोई हम सा बेजुबां मिले ना मिले…
  • भूख रिश्तों को भी लगती है.. प्यार परोस कर तो देखिये..!
  • खूबसूरती से धोका, न खाइये जनाब, तलवार कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो. मांगती तो खून ही है….!!
  • न कहा करो हर बार की हम छोड़ देंगे तुमको, न हम इतने आम हैं, न ये तेरे बस की बात है…!!
  • आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं..!है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए..।।
  • पगली तू बात करने का मौका तो दे, कसम से कहता हु, रूला देंगे तुझे तेरे ही सितम गिनाते गिनाते.
  • “लफ्ज् दिल से निकलते हैं दिमाग से तो मतलब निकलते है”
  • तू मांग तो सही अपनी दुआओ मे बददुआ मेरे लिए मै हंसकर खुदा से आमीन कह दूंगा!
  • अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है, जो तू कुबूल है…. तो तेरा सब कुछ कुबूल है…
  • जाता हुआ मौसम लौटकर आया है..काश वो भी कोशिश करके देखे…!!
  • अपनी मौत भी क्या मौत होगी, यू ही मर जायेंगे एक दिन तुम पर मरते-मरते !
  • हारने वालो का भी अपना रुतबा होता हैं …मलाल वो करे जो दौड़ में शामिल नही थे..
  • ये तेरा वहम है के हम तुम्हे ‪भूल‬ जायेगे..वो ‪शहर‬ तेरा होगा, जहाँ बेवफा लोग बसा करते है..
  • अन्धकार समस्या नही है, दीपक जलाने के हमारे प्रयासों का अभाव ही समस्या है ।
  • बेशक खूबसूरत तो वो आज भी है,लेकिन चेहरे पर वो मुस्कान नहीं,जो हम लाया करते थे…!
  • काश !! OLX पे उदासी और अकेलापन भी बेचा जा सकता
  • करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना है मुश्किल,दिल को तुमसे नही..तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है
  • हो जा मेरी कि इतनी मोहब्बत दूँगा तुझे,लोग हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने के लिए..!!
  • मैं अपनी मोहब्बत में- बच्चो की तरह हूँ, जो मेरा हैं बस मेरा है किसी और को क्यो दुँ
  • आज सोचा जिंन्दा हुँ, तो घूम लूँ, मरने के बाद तो भटकना ही है…!
  • युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे…पता नही था की, ‘किमत चेहरों की होती है’ !
  • अंग्रेजी की किताब बन गई हो तुम | पसंद तो आती हो पर समझ् मे नही ||
  • माफ़ी गल्तियों की होती है ..धोखे की नहीं
  • दुनिया में जितनी अच्छी बातें हैं…सब कही जा चुकी हैं…बस उन पर अमल करना बाकी रह गया है॥
  • बड़े ही अजब कायेदे हैं मेरे मुल्क के… यहाँ भूख से ज्यादा धर्म पर बेहस होती है॥
  • महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं
  • जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की
  • आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी
  • गन्दगी में तो हम सभी हैं, पर कुछ ऐसे भी हैं जो केवल सितारों को ही देखते हैं।
  • मैं जिससे भी मिला हूँ, उससे प्रभावित हुआ हूँ
  • गलत कहते है लोग की सफेद रंग मै वफा होती है यारो,अगर ऐसा होता तो आज “नमक”, जख्मो की दवा होती!
  • सब पूछते है मुझसे मौहब्बत है क्या ? मुस्करा देता हूँ मैं और याद आ जाती है माँ॥
  • हमसे भुलाया ही नहीं जाता, एक मुखलिस का प्यार;लोग जिगर वाले हैं, जो रोज नया महबूब बना लेते हैं!”
  • अपून के गली मेँ संभाल के आना पगली ..! अगर पैर फिसल गया तो सिधे मोहोब्बत मेँ गिरेगी।
  • ना किसी से ईर्ष्या!..ना किसी से कोई होड़,मेरी अपनी मंजिलें,मेरी अपनी दौड़…
  • “क्या लिखूँ , अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों , वो लोग ही बिछड़ गए , जो जिंदगी हुआ करते थे” !!
  • कितना मुश्किल हे मोहबत की कहानी लिखना,जेसे पानी से पानी पर पानी लिखना ।
  • दुश्मन बनाने के लिए ज़रूरी नही लड़ा जाए! आप थोड़े कामयाब हो जाओ तो वो ख़ैरात में मिलेंगे …
  • तज़ुर्बा है मेरा…. मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,संगमरमर पर तो हमने …..पाँव फिसलते देखे हैं…!
  • आदत नई हमे पीठ पीछे वार करने की !!दो शब्द काम बोलते है पर सामने बोलते है !!
  • हम शतरंज नही खेलते, क्योंकि दुश्मनों की हमारे सामने बैठने कि औकात नही और दोस्तो के खिलाफ़ हम चाल नही चलते
  • चलो माना तुम्हारी आदत हैं तडपाना, मगर जरा सोचो अगर कोई मर गया तो…
  • अगर “बेवफाओं” की अलग ही दुनिया होती तो मेरी वाली वहाँ की “रानी” होती..!!
  • इक महेबूब लापरवाह इक महोबत बेपनाह दोनो काफी हे सूकून बरबाद करने को!!
  • वो जो हमसे नफरत करते हैं,हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं,नफरत है तो क्या हुआ यारो,कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।
  • तेरी याद से ही शुरू होती है मेरी हर सुबह..
  • बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना बदलीं जायें, तो वो आदतें आपका वक़्त बदल देती हैं
  • दिल बहलाने के लिये ही गुफ्तुगू कर लिया करो जनाब, मालूम तो मुझे भी है के हम आपको अच्छे नही लगते…
  • इंसान को बोलना सीखने में दो साल लग जाते हैं लेकिन, क्या बोलना है, यह सीखने में पूरी ज़िन्दगी निकल जाती है..
  • दूध का सार है मलाई मे और जिंदगी का सार है भलाई में 🙂
  • कोई इल्जाम रह गया हो तो वो भी दे दो.. पहले भी हम बुरे थे, अब थोड़े और सही…!!
  • तेरी दुआओ का दस्तुर भी अजब है मेरे मौला.. मुहबबत उन्ही को मिलती है जिन्हे निभानी नही आती..
  • जीवन मैं एक बार जो फैसला कर लो तो फिर पीछे मुड़कर मत देखना क्योंकि पलट कर देखने वाले इतिहास नहीं बनाते।
  • आख़िर तुम भी उस आइने की तरह ही निकले…जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए.!!
  • बचपन में भरी दुपहरी नाप आते थे पूरा महोल्ला, जब से डिग्रियाँ समझ में आई, पाँव जलने लगे 🙁
  • तुझे जैसे चलना है वैसे चल ए ज़िंदगी मेरी… मैने तो तुझसे हर उम्मीद छोड रखी है.. !!!!
  • इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी, चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया ।
  • ये मत कहो ख़ुदा से मेरी मुश्किले बड़ी हैं, ये मुश्किलों से कह दो मेरा ख़ुदा बड़ा है।।।।
  • किसी रोज़ याद न कर पाऊँ तो खुदग़रज़ ना समझ लेना दोस्तों, छोटी सी इस उम्र मैं परेशानियां बहुत हैं..!!
  • मौत को देखा तो नहीं, पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी, कम्बख़त जो भी उस से मिलता है, उसी का हो जाता है ।
  • प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ, नफरत करुगा तो जिक्र भी नही करुगा
  • कईं रोज से कोई नया जखम न दिया पता करो सनम ठीक तो है न !!
  • आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर……अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता।
  • चेहरे “अजनबी” हो जाये तो कोई बात नही, लेकिन रवैये “अजनबी” हो जाये तो बडी “तकलीफ” देते हैं !
  • तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में, बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता !!
  • जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..
  • बचपन से बादाम खा रहा हू । तुझे भूलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।।
  • दुआ कभी खाली नही जाती, बस लोग इंतजार नही करते..
  • दुख तो अपने ही देते हैं वरना गैरों को कैसे पता की हमें तकलीफ किस बात से होती है…..
  • दुनिया है छोटी, हम है मुसाफ़िर, कहीं न कहीं तो फिर से मुलाकात होगी.:)
  • मेरे मिज़ाज को समझने के लिए, बस इतना ही काफी है, मैं उसका हरगिज़ नहीं होता….. जो हर एक का हो जाये।
  • कुछ अजीब सा रिश्ता है उसके और मेरे दरमियां, ना नफरत की वजह मिल रही है, ना मोहब्बत का सिला
  • लगता है बारिश को भी… कब्ज़ हो गयी है… मौसम बनता है पर आती नहीं…
  • लफ्ज मेरी पहचान बने तो बेहतर है, चेहरे का क्या वो तो साथ चला जाएगा..
  • घर वालो चिन्ता है इसको कोन मिलेगी, ओर दोस्तो चिन्ता है इसको ओर कितनी मिलेगी 😀
  • उसे बारिश‬ ☂ मे भीगना अच्छा लगता है ओर ‪‎मुझे‬ सिर्फ़ बारिश मे भीगती हुयी ‪‎वो‬
  • सुबह से दौड रही है चाकू लेकर पगली मेरे पीछे.. मैँने तो मजाक में कहा था “दिल चीर के देख, तेरा ही नाम होगा”
  • लहरों का सुकून तो सभी को पसंद है, लेकिन तुफानो में कश्ती निकालने का मजा ही कुछ और है
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